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आरजू क्या जताएँ, जब हर एक आरजू जानता है तू,
मन में तुझे कैसे बसायें, जब दिल पर राज करता है तू,
सुनहरे पलों को कैसे भूलें, जब हर आलम में रहता है तू,
तेरे बिना कैसे जिएं, जब हर एक साँस में रहता है तू।
- डॉ. हीरा
आरजू क्या जताएँ, जब हर एक आरजू जानता है तू,
मन में तुझे कैसे बसायें, जब दिल पर राज करता है तू,
सुनहरे पलों को कैसे भूलें, जब हर आलम में रहता है तू,
तेरे बिना कैसे जिएं, जब हर एक साँस में रहता है तू।
- डॉ. हीरा
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