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उम्मीद की राहों पर चलते रहें हम,
आनंद की बाहों में झूलते रहें हम,
तेरी यादों की महफिल में खोते रहें हम,
तेरे अहसास की मस्ती में मस्त होते रहें हम।
On the path of hope, I kept walking,
In the arms of happiness, I kept swinging,
In the gatherings of your memories, I kept losing myself,
In the experience of your mischief, I kept enjoying.
- डॉ. ईरा शाह
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