अगर तुम हमसे रुठ गए, तो तुझे मनाना कैसे, वो सिखा दे।
अगर तुम हमसे नाराज़ हो गए, तो तुझे कैसे हंसाया जाए, वो सिखा दे।
जी नहीं सकते हम तेरे मीठे बोलों के बिना, इन होठों को चुप मत करना।
तेरी एक प्यार भरी नज़र में दीवाने हो जाते हैं हम, ये दीवानगी का अंत मत करना।
भूल हमसे न हो जाए, कि दुख नहीं देना चाहते हैं हम, इस प्रेम के राही को भुला मत देना।
तुझे चोट पहुँचा कर नहीं जी सकते हैं हम, तेरे ज़ख्मों में मरहम लगाना हमको सिखा दे।
दोस्ती की है तुमसे हमेशा के लिए, इसे नहीं तोड़ना चाहते हैं हम, ये दोस्ती को निभाना सिखा दे।
तेरे इस प्यार भरी राह में चल पड़े हैं हम, इस राह को कभी छोडें नहीं हम, इसपे चलते रहना सिखा दे।
जानना चाहते हैं हम प्रभु तुझे हरदम, तुझे जानने का मार्ग हमको सिखा दे।
कच्चे हैं हम इस दुनिया में अब तक, इस दुनिया में जीना हमको सिखा दे।
- डॉ. हीरा