पैगंबर ने भेजा है पैगाम, कुरान नहीं किसी की जागीर।
अल्लाह तो नहीं कोई जुनूनों का, अल्लाह तो है सारे जहान का,
जहन्नूम नहीं कोई कयामत की, जहन्नूम है उसके कातिलों की,
हुकुमत नहीं उन जीहादोंकी, हुकुमत तो है प्यार मुहब्बत की।
खुदा के चाहनेवालों की, खुदा के रखवालो की,
कुरान को गलत समझने वालों को, कुरान नहीं उन मुसलमानो की।
जिस जमीन पर आए मसीहा, न नाम दिया उन्होने किसी धर्म का,
ये है जमीन सिर्फ इन्सानों की, यह है जमीन दिवानों की।
सुनो इन बातों को आप, सुनो मेरे शब्दों को आप,
इस्लाम है ईशु मसीहा के आलम की, मूसा के शानों की।
- ये दुनिया के लिए “परा” के संदेश हैं|