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मनुष्य का जीवन, अंतर आत्मा को पाने के लिए है।
बेसबरी का हिसाब, जीवन की मंजिल को खोजने में है।
दीवानगी का रुतबा, अपने आप में खोने से है।
ऐतबार जीवन में, उस प्रभु को पाने में है।
- डॉ. हीरा
मनुष्य का जीवन, अंतर आत्मा को पाने के लिए है।
बेसबरी का हिसाब, जीवन की मंजिल को खोजने में है।
दीवानगी का रुतबा, अपने आप में खोने से है।
ऐतबार जीवन में, उस प्रभु को पाने में है।
- डॉ. हीरा
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