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तेरे प्यार का नशा, कुछ इस तरह से है,
कि मंजिल है सामने, फिर भी तेरे दर पर आते हैं।
खामोशी की सियाही, तेरे ऐतबार में है,
कि हासिल हो तेरा प्यार, मंजिल ही पा ली है।
- डॉ. हीरा
तेरे प्यार का नशा, कुछ इस तरह से है,
कि मंजिल है सामने, फिर भी तेरे दर पर आते हैं।
खामोशी की सियाही, तेरे ऐतबार में है,
कि हासिल हो तेरा प्यार, मंजिल ही पा ली है।
- डॉ. हीरा
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