बेजूबान कतल करके चले गए आप,
कि दिल हमारा हमसे चुरा ले गए आप।
नजरें हमारी इंतजार करती आप के लिए,
कि चैन हमने खोया, अपने प्यार के लिए।
जन्नत में हमने कदम रखा, साथ थे आप।
दुनिया हमारी हमसे जुदा थी, कि आप थे साथ।
दिल में थी खुशी, आँखों में प्यार, क्या बात थी,
कि प्रेम की गलियों में चले हम दिवाने, क्या तकदीर थी।
मौका न मिले ऐसा हजारों को, वो मुहब्बत थी,
कि जिसे मिले, वो खुशनसीबी है, ये जन्नत की हकीकत थी।
- डॉ. हीरा