Bhajan No. 171 | Date: 20-Jul-19981998-07-20दर्द दिया है तुम्हें बहुत, अब और सताना नहीं चाहते हैं हम।/bhajan/?title=darda-diya-hai-tunhem-bahuta-aba-aura-satana-nahim-chahate-haim-hamaदर्द दिया है तुम्हें बहुत, अब और सताना नहीं चाहते हैं हम।

बहुत रुलाया है तुम्हें, अब और तड़पाना नहीं चाहते हैं हम।

मजबूर थे हम अपने हालत से, अब कमज़ोर नहीं रहना चाहते हैं हम।

वादा करके फिर मुकरना, अब ऐसे नहीं जीना चाहते हैं हम।

बहुत जी लिए खुद में, अब खुद में नहीं जीना चाहते हैं हम।

क्या करें लाचार बनके, अब ऐसे बेबस नहीं होना चाहते हैं हम।

दर दर की ठोकर खिलवाई तुझे, अब तुझे ठोकर नहीं दिलाना चाहते हैं हम।

प्यार तू हमें कितना करता है, इस प्यार का इन्तेहान अब नहीं लेना चाहते हैं हम।

प्यार हम तुझसे करते रहे, यही याद रखें, न भूलना चाहते हैं हम।

प्यार हमें तू करता रहे, बस अब यही चाहते हैं हम।


दर्द दिया है तुम्हें बहुत, अब और सताना नहीं चाहते हैं हम।


Home » Bhajans » दर्द दिया है तुम्हें बहुत, अब और सताना नहीं चाहते हैं हम।
  1. Home
  2. Bhajans
  3. दर्द दिया है तुम्हें बहुत, अब और सताना नहीं चाहते हैं हम।

दर्द दिया है तुम्हें बहुत, अब और सताना नहीं चाहते हैं हम।


View Original
Increase Font Decrease Font


दर्द दिया है तुम्हें बहुत, अब और सताना नहीं चाहते हैं हम।

बहुत रुलाया है तुम्हें, अब और तड़पाना नहीं चाहते हैं हम।

मजबूर थे हम अपने हालत से, अब कमज़ोर नहीं रहना चाहते हैं हम।

वादा करके फिर मुकरना, अब ऐसे नहीं जीना चाहते हैं हम।

बहुत जी लिए खुद में, अब खुद में नहीं जीना चाहते हैं हम।

क्या करें लाचार बनके, अब ऐसे बेबस नहीं होना चाहते हैं हम।

दर दर की ठोकर खिलवाई तुझे, अब तुझे ठोकर नहीं दिलाना चाहते हैं हम।

प्यार तू हमें कितना करता है, इस प्यार का इन्तेहान अब नहीं लेना चाहते हैं हम।

प्यार हम तुझसे करते रहे, यही याद रखें, न भूलना चाहते हैं हम।

प्यार हमें तू करता रहे, बस अब यही चाहते हैं हम।



- डॉ. ईरा शाह
Lyrics in English Increase Font Decrease Font


darda diyā hai tumhēṁ bahuta, aba aura satānā nahīṁ cāhatē haiṁ hama।

bahuta rulāyā hai tumhēṁ, aba aura taड़pānā nahīṁ cāhatē haiṁ hama।

majabūra thē hama apanē hālata sē, aba kamaज़ōra nahīṁ rahanā cāhatē haiṁ hama।

vādā karakē phira mukaranā, aba aisē nahīṁ jīnā cāhatē haiṁ hama।

bahuta jī liē khuda mēṁ, aba khuda mēṁ nahīṁ jīnā cāhatē haiṁ hama।

kyā karēṁ lācāra banakē, aba aisē bēbasa nahīṁ hōnā cāhatē haiṁ hama।

dara dara kī ṭhōkara khilavāī tujhē, aba tujhē ṭhōkara nahīṁ dilānā cāhatē haiṁ hama।

pyāra tū hamēṁ kitanā karatā hai, isa pyāra kā intēhāna aba nahīṁ lēnā cāhatē haiṁ hama।

pyāra hama tujhasē karatē rahē, yahī yāda rakhēṁ, na bhūlanā cāhatē haiṁ hama।

pyāra hamēṁ tū karatā rahē, basa aba yahī cāhatē haiṁ hama।

Previous
Previous Bhajan
प्यार करने निकला है तू मेरे साथी, तो प्यार का इकरार कर।
Next

Next Bhajan
क्या खेल खिला रहा है प्रभु कि याद करके हम रो पड़े।
 
Previous
Previous Hindi Bhajan
प्यार करने निकला है तू मेरे साथी, तो प्यार का इकरार कर।
Next

Next Hindi Bhajan
क्या खेल खिला रहा है प्रभु कि याद करके हम रो पड़े।
दर्द दिया है तुम्हें बहुत, अब और सताना नहीं चाहते हैं हम।
First...2930...Last

Contact by Postal Address

Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi

A5, Jay Chambers,

Nanda Patkar Road Extension,

Vile Parle (E), Mumbai-400057.

+91 - 22 - 26171392

+91 - 9004545529

info@myinnerkarma.org

Also Available In

Follow US

kakabhajans.org

mydivinelove.org