हैरान है ये दिल, कि प्यार में परेशान है ये दिल,
ना आराम है ना बसा राम अब तक उसमें, ऐसा है वो दिल।
उछलता कूदता, हर कली को परखता है ये दिल,
पर ना है स्थिर कि अब तक मचलता है ये दिल।
सच्चा प्यार बस चाहता है, और ढूँढता है ये दिल,
पर मिला ना कोई, हैरान परेशान है ये दिल।
ठोकरें लगी और अब सावधान है ये दिल,
कि प्यार से अब डरता है बेचारा ये दिल।
हाले दिल की बात है सभी, यारों ये है आप का दिल,
कि प्रभु क्या करें, हैरान परेशान है ये दिल।
- डॉ. हीरा