Bhajan No. 1777 | Date: 20-Nov-20002000-11-20कि ना कभी वफा हमने हमसे, तो कैसे करें दूसरो से?/bhajan/?title=ki-na-kabhi-vapha-hamane-hamase-to-kaise-karem-dusaro-seकि ना कभी वफा हमने हमसे, तो कैसे करें दूसरो से?

कि भरमाया है हमने अपने आप को, तो दूसरों को कैसे राह दिखाएँ।

खुद से सच्चाई छुपाते रहे हम, तो दूसरों की क्या शिकवा करें।

कि अपने आप से की है हमने बेवफाई, दुसरों से क्या उम्मीद करें।

हारते रहे हम खुद खुद से कि दूसरों से कैसे हम जीत सकें।

अपनी बुराई छुपाते रहे है हम सदा, दूसरों की बुराई हम कैसे करें।

न खुद की आँख से आँख मिला सके, तो खुदा से कैसे आँख लडाएँ।

कि सच्चाई की राह पे कभी न चल सके, तो सच्चाई से हम कैसे जीएँ।

न प्यार को कभी हम पा सके, तो कैसे कहें कि हम प्यार कर सकें।

कि खुद से ही हम मरते रहे, फिर दूसरों को हम कैसे जीना सिखाएँ।


कि ना कभी वफा हमने हमसे, तो कैसे करें दूसरो से?


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कि ना कभी वफा हमने हमसे, तो कैसे करें दूसरो से?


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कि ना कभी वफा हमने हमसे, तो कैसे करें दूसरो से?

कि भरमाया है हमने अपने आप को, तो दूसरों को कैसे राह दिखाएँ।

खुद से सच्चाई छुपाते रहे हम, तो दूसरों की क्या शिकवा करें।

कि अपने आप से की है हमने बेवफाई, दुसरों से क्या उम्मीद करें।

हारते रहे हम खुद खुद से कि दूसरों से कैसे हम जीत सकें।

अपनी बुराई छुपाते रहे है हम सदा, दूसरों की बुराई हम कैसे करें।

न खुद की आँख से आँख मिला सके, तो खुदा से कैसे आँख लडाएँ।

कि सच्चाई की राह पे कभी न चल सके, तो सच्चाई से हम कैसे जीएँ।

न प्यार को कभी हम पा सके, तो कैसे कहें कि हम प्यार कर सकें।

कि खुद से ही हम मरते रहे, फिर दूसरों को हम कैसे जीना सिखाएँ।



- डॉ. ईरा शाह
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ki nā kabhī vaphā hamanē hamasē, tō kaisē karēṁ dūsarō sē?

ki bharamāyā hai hamanē apanē āpa kō, tō dūsarōṁ kō kaisē rāha dikhāēm̐।

khuda sē saccāī chupātē rahē hama, tō dūsarōṁ kī kyā śikavā karēṁ।

ki apanē āpa sē kī hai hamanē bēvaphāī, dusarōṁ sē kyā ummīda karēṁ।

hāratē rahē hama khuda khuda sē ki dūsarōṁ sē kaisē hama jīta sakēṁ।

apanī burāī chupātē rahē hai hama sadā, dūsarōṁ kī burāī hama kaisē karēṁ।

na khuda kī ām̐kha sē ām̐kha milā sakē, tō khudā sē kaisē ām̐kha laḍāēm̐।

ki saccāī kī rāha pē kabhī na cala sakē, tō saccāī sē hama kaisē jīēm̐।

na pyāra kō kabhī hama pā sakē, tō kaisē kahēṁ ki hama pyāra kara sakēṁ।

ki khuda sē hī hama maratē rahē, phira dūsarōṁ kō hama kaisē jīnā sikhāēm̐।

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रोते रोते हम हँसना सीख गए कि ना ना सुनके हम हाँ सुनने लगे।
कि ना कभी वफा हमने हमसे, तो कैसे करें दूसरो से?
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