Bhajan No. 6090 | Date: 29-Mar-20232023-03-29प्यार में जितना संभलना चाहा, उतना ही गिरते रहे/bhajan/?title=pyara-mem-jitana-sambhalana-chaha-utana-hi-girate-raheप्यार में जितना संभलना चाहा, उतना ही गिरते रहे,

प्रेम में जितना समर्पण करना चाहा, उतना ही फँसते रहे।

ये अगर-मगर की दुनिया में खुद का ही पता न चला,

खुद को पहचानना चाहा, अहंकार का ही नज़ारा मिला।

कैसे निकलें, यह ही सोचते रह गए हम,

अपने इस हाल पर रोते रहे हम।

जागृत होना चाहा, अपनी पहचान ढूँढनी चाही,

पर खुद के विचारों के अँधेरे में खोते रहे हम,

कि ऐ खुदा, तेरे दामन पर आकर भी रोते रहे हम।

तू ही बचा सकता है, तू ही निकाल सकता है,

तेरी ही इस कृपा के लिए तड़पते रहे हम।


प्यार में जितना संभलना चाहा, उतना ही गिरते रहे


Home » Bhajans » प्यार में जितना संभलना चाहा, उतना ही गिरते रहे
  1. Home
  2. Bhajans
  3. प्यार में जितना संभलना चाहा, उतना ही गिरते रहे

प्यार में जितना संभलना चाहा, उतना ही गिरते रहे


View Original
Increase Font Decrease Font


प्यार में जितना संभलना चाहा, उतना ही गिरते रहे,

प्रेम में जितना समर्पण करना चाहा, उतना ही फँसते रहे।

ये अगर-मगर की दुनिया में खुद का ही पता न चला,

खुद को पहचानना चाहा, अहंकार का ही नज़ारा मिला।

कैसे निकलें, यह ही सोचते रह गए हम,

अपने इस हाल पर रोते रहे हम।

जागृत होना चाहा, अपनी पहचान ढूँढनी चाही,

पर खुद के विचारों के अँधेरे में खोते रहे हम,

कि ऐ खुदा, तेरे दामन पर आकर भी रोते रहे हम।

तू ही बचा सकता है, तू ही निकाल सकता है,

तेरी ही इस कृपा के लिए तड़पते रहे हम।



- डॉ. हीरा
Lyrics in English Increase Font Decrease Font


pyāra mēṁ jitanā saṁbhalanā cāhā, utanā hī giratē rahē,

prēma mēṁ jitanā samarpaṇa karanā cāhā, utanā hī pham̐satē rahē।

yē agara-magara kī duniyā mēṁ khuda kā hī patā na calā,

khuda kō pahacānanā cāhā, ahaṁkāra kā hī naja़ārā milā।

kaisē nikalēṁ, yaha hī sōcatē raha gaē hama,

apanē isa hāla para rōtē rahē hama।

jāgr̥ta hōnā cāhā, apanī pahacāna ḍhūm̐ḍhanī cāhī,

para khuda kē vicārōṁ kē am̐dhērē mēṁ khōtē rahē hama,

ki ai khudā, tērē dāmana para ākara bhī rōtē rahē hama।

tū hī bacā sakatā hai, tū hī nikāla sakatā hai,

tērī hī isa kr̥pā kē liē taḍa़patē rahē hama।

Previous
Previous Bhajan
तू रहे या ना रहे, मेरी याद में तू रहता है।
Next

Next Bhajan
मंजिल खुदा की पाना चाहा, पर इस परवरदिगार की दुनिया में खोजते रहे।
 
Previous
Previous Hindi Bhajan
तू रहे या ना रहे, मेरी याद में तू रहता है।
Next

Next Hindi Bhajan
मंजिल खुदा की पाना चाहा, पर इस परवरदिगार की दुनिया में खोजते रहे।
प्यार में जितना संभलना चाहा, उतना ही गिरते रहे
First...21072108...Last

Contact by Postal Address

Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi

A5, Jay Chambers,

Nanda Patkar Road Extension,

Vile Parle (E), Mumbai-400057.

+91 - 22 - 26171392

+91 - 9004545529

info@myinnerkarma.org

Also Available In

Follow US

kakabhajans.org

mydivinelove.org