तू रहे या ना रहे, मेरी याद में तू रहता है।
मैं रहूँ या ना रहूँ, तुझमें ही पहचान रहती है।
ध्यान रहे या ना रहे, जीवन में तू ही परम रहे।
ज्ञान आए या ना आए, अंतर में ही तू समझाता रहे।
ईश्वर तेरी इच्छा पर ही चलना है, तेरे कदम पर आगे बढ़ना है,
तुझे पाएँ या ना पाएँ, हर पल तुझे ही याद करना है।
- डॉ. हीरा