अश्रु प्रेम के तेरी आँखों से बहे, जाके मेरे दिल में बसे,
कि मौजें उठीं प्यार की उसमें, उमंग भरे तरंगें बहे।
महसुस करें तेरे प्यार को, ये छोंटी सी झलक देखें,
ये उमंगें तेरे प्यार में, हम यूँ ही तो नहीं दीवाने बने।
कशिश दिल में बढ़ती जाए, तुझे पाने की बेकरारी बढ़ती जाए।
रास्ते के फासले नजर आएँ, पर मंजिल का नजारा भी दिखे,
कशिश बडी ही मुश्किल, कि प्यार तुझसे तेरी तरह कर सकें।
एक एक कदम पे है खतरा, कि कही फिर से खुद में न खो जाएँ,
आसान नहीं ये इश्क करना, आसान नहीं तुझसे प्यार करना,
खोना है अपने आप को तुझमें, शोलों से जलके रोशनी में आना।
- डॉ. हीरा