हर लम्हा बस प्यार का ही हो,
कि हर दीदार तेरे नाम का ही हो।
हर चेहरा बस मेरे यार का ही हो,
कि हर मुसकान तेरे संग संग हो।
हर पल तेरा ही नाम होठों पे हो,
हर धडकन गूँजे तेरे चाहत में ही हो।
हर जज़्बात तेरे खुशी के लिए ही हो,
हर विचार तेरे ही ख्याल का हो।
हर माहौल में बस तू ही तू हो,
हर घड़ी हम तुझ में ही हों।
- डॉ. हीरा