दूर भले आज हम तुझसे हैं, फरियाद नहीं करते उसकी तुझसे,
कि मालूम है हमें आज इतना, कि पास हम आऐंगे एक दिन तेरे।
कोशिश करेंगे हम जरुर सनम, कि मिलन जल्दी हो हमारा तुझसे,
सांसों में बसायें तुझे हम ऐसे, कि हर पल तेरा ही ख्याल हो हमें।
नाम तेरा लेके अब हम जीएँ, कि जीने का रास्ता अब मिले हमें,
न बरबाद करे वक्त इन गलियों में, जो हमें करते हैं दूर तुझसे।
अब हाथ तेरा थाम कर आगे चलें, फिर न मोड़ कोई और पकडे,
कि प्यार तेरा जब पाया है हमने, तो ठुकराएँ ना इसे, रखें पकड़ के।
कि अब जीना है हमें तेरे वास्ते, जीऐंगे शान से भी हम तेरे वास्ते,
कि गर्व से कहें तू सबके सामने, वो है मेरे दिल का चाँद, वो सिर्फ मेरे वास्ते।
- डॉ. हीरा