कभी कैलाश दिखे तो कभी गिरनार
कभी हालात सुधरे तो कभी गीत गुनगुनाएँ
कभी जगदंबा दिखे तो कभी मानसरोवर
कभी शिव की आराधना करो तो कभी शक्ति को पाएँ
कभी हम चैन से बैठे, कभी हम यूँ ही मुस्कुराएँ
कभी खुद का चेहरा दिखे, को कभी खोदाईजी संग आएँ
कभी कृष्ण की मस्ती पाएँ, तो कभी माँ का प्यार मिले
कभी शिव की शक्ति पाएँ, तो कभी संतों का आशिर्वाद पाएँ
जो भी हो, पर गुरु का आशिर्वाद पाएँ, गुरु को साथ में पाएँ
बस चलते रहें, मंजिल सामने हो, अमृतमंथन में विजय पाएँ।
- डॉ. हीरा