कर्म कर्म की बात है, कर्म कर्म की बात है
कुछ अमीर है, कुछ गरीब है, कर्म कर्म की बात है।
कुछ अच्छे हैं, कुछ बुरे हैं, आदत संगत की बात है।
कुछ खुश हैं, कुछ दुखी हैं, संजोग संजोग की बात है।
कुछ लूंले हैं, कुछ लंगड़े हैं, कर्म कर्म की बात है।
कुछ प्यार में हैं, कुछ धोखे में हैं, सोचने समझने की बात है।
कुछ ज़िदगी जीतते हैं, कुछ हार जाते हैं, काम और लगन की बात है।
कुछ कमजोर हैं, कुछ शक्तिशाली हैं, कर्म कर्म की बात है।
कुछ भगवान में हैं, कुछ माया में हैं, गुरु के आशिर्वाद की बात है।
कुछ जीते हैं, कुछ मरते हैं, प्रभु की लीला की क्या बात है।
- डॉ. हीरा