तुझे देखते ही सब कुछ भूल जाते हैं
तुझमें सारा जहाँ का सुकून पाते हैं।
चाहते हैं सदा यही आनंद में हम रहें
पर पल पल में हम सब कुछ भूल जाते हैं।
जीवन के रंग तेरे संग मिलाना चाहते हैं
पर माया के जाल मे ऐसे फँसते जाते हैं।
के तेरे संग चलते-चलते अलग हो जाते हैं
अपने ही अकेलेपन में कहीं खो जाते हैं।
करते हैं कोशिश, पर कोशिश आधी अधूरी
और फिर हार के हम, तन्हाई को गले लगाते हैं।
पर तेरी मेहरबानी का क्या कहना, फिर से मिल जाते हैं
छोड़ता नहीं तू बीच राह में, हमें तु संग ले जाता है।
तेरी दिवानगी में फिर से दिवाने हो जाते हैं
कि मौत भी जुदा हमें नहीं कर पाती है।
इस प्यार को पाया, हमारी खुशनसीबी है
कि तु हमें मिला, ये हमारी खुशनसीबी है।
तेरे संग हमें जाना है, ये हमारी जिंदगी है
और तेरे रंग में रंगना है, ये हमारे प्रित की लगी है।
- डॉ. हीरा