Bhajan No. 6050 | Date: 04-Jul-20242024-07-04मौके की तलाश में रहते हैं कि कब हम बदला लें/bhajan/?title=mauke-ki-talasha-mem-rahate-haim-ki-kaba-hama-badala-lemमौके की तलाश में रहते हैं कि कब हम बदला लें

क्यों न यह मौका ढुढें, कि अपने आप को बदल पायें।

दुसरों की राय बनाने, हम तत्पर रहते हैं

क्यों न खुद की राय, अपनी असलियत देख पाते हैं।

दुसरों को सलाह देने के लिए तैयार रहते हैं

क्यों वह ही सलाह पर हम चलने के लिए तैयार नहीं होते हैं।

दुसरों के दोष निकालने में हमें बहुत मज़ा आता है

क्यों खुद के दोष जानने के लिए हम आलस करते हैं।

विशेष टिप्पणी के लिए, हम दूसरों को खोजते हैं

क्यों न शांत होकर, हम अपने आप को देखते हैं।


मौके की तलाश में रहते हैं कि कब हम बदला लें


Home » Bhajans » मौके की तलाश में रहते हैं कि कब हम बदला लें
  1. Home
  2. Bhajans
  3. मौके की तलाश में रहते हैं कि कब हम बदला लें

मौके की तलाश में रहते हैं कि कब हम बदला लें


View Original
Increase Font Decrease Font


मौके की तलाश में रहते हैं कि कब हम बदला लें

क्यों न यह मौका ढुढें, कि अपने आप को बदल पायें।

दुसरों की राय बनाने, हम तत्पर रहते हैं

क्यों न खुद की राय, अपनी असलियत देख पाते हैं।

दुसरों को सलाह देने के लिए तैयार रहते हैं

क्यों वह ही सलाह पर हम चलने के लिए तैयार नहीं होते हैं।

दुसरों के दोष निकालने में हमें बहुत मज़ा आता है

क्यों खुद के दोष जानने के लिए हम आलस करते हैं।

विशेष टिप्पणी के लिए, हम दूसरों को खोजते हैं

क्यों न शांत होकर, हम अपने आप को देखते हैं।



- ડો. હીરા
Lyrics in English Increase Font Decrease Font


maukē kī talāśa mēṁ rahatē haiṁ ki kaba hama badalā lēṁ,

kyōṁ na yaha maukā ḍhuḍhēṁ, ki apanē āpa kō badala pāyēṁ।

dusarōṁ kī rāya banānē, hama tatpara rahatē haiṁ,

kyōṁ na khuda kī rāya, apanī asaliyata dēkha pātē haiṁ।

dusarōṁ kō salāha dēnē kē liē taiyāra rahatē haiṁ,

kyōṁ vaha hī salāha para hama calanē kē liē taiyāra nahīṁ hōtē haiṁ।

dusarōṁ kē dōṣa nikālanē mēṁ hamēṁ bahuta maja़ā ātā hai,

kyōṁ khuda kē dōṣa jānanē kē liē hama ālasa karatē haiṁ।

viśēṣa ṭippaṇī kē liē, hama dūsarōṁ kō khōjatē haiṁ,

kyōṁ na śāṁta hōkara, hama apanē āpa kō dēkhatē haiṁ।

Previous
Previous Bhajan
जब तेरी बात नहीं सुनी, तब जीवन में पिसना पड़ा
Next

Next Bhajan
Limited is this limited edition
 
Previous
Previous Gujarati Bhajan
जब तेरी बात नहीं सुनी, तब जीवन में पिसना पड़ा
Next

Next Gujarati Bhajan
જાત મહેનત ઝિંદાબાદ
मौके की तलाश में रहते हैं कि कब हम बदला लें
First...20672068...Last

Contact by Postal Address

Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi

A5, Jay Chambers,

Nanda Patkar Road Extension,

Vile Parle (E), Mumbai-400057.

+91 - 22 - 26171392

+91 - 9004545529

info@myinnerkarma.org

Also Available In

Follow US

kakabhajans.org

mydivinelove.org