तेरे नाम के सिवा, क्या नाम लेना?
कि तेरी तस्वीर बिना, क्या तस्वीर देखनी।
तेरे ख्याल सिवा, क्या खयाल करना?
कि तेरे होंश बिना, क्या मदहोशी करना।
तेरे प्यार बिना, किससे प्यार करना?
कि तेरे गीत के अलावा, किसके गीत गाना।
तेरे बिना समय किसके साथ बिताना?
कि तेरी राह के बिना किसकी राह देखनी।
कशिश तेरे सिवा, किसकी कशिश करनी?
कि तेरे सिवा खुद को भुलाना, किसमें भुलाना?
- डॉ. हीरा