Bhajan No. 6047 | Date: 01-Jul-20242024-07-01तेरी ही यादों की बारात में खोती रहती हूँ।/bhajan/?title=teri-hi-yadom-ki-barata-mem-khoti-rahati-humतेरी ही यादों की बारात में खोती रहती हूँ।

तेरे ही प्यार के नगमें गाती रहती हूँ।

तेरे ही जलवों में खोती रहती हूँ।

ऐ खुदा, तेरे ही ईशारों पर नाचती रहती हूँ।

तेरे ही दीदार में गुनगुनाती हूँ।

तेरे ही अफसाने बोलती रहती हूँ।

तेरी ही शायरी लिखती रहती हूँ।

ऐ खुदा, तेरे प्यार में दीवानी होती रहती हूँ।

तेरे ही दर पर अब आना चाहती हूँ।

तेरी ही महफिल में सज़दा करना चाहती हूँ।

तेरे ही हवाले सब सौंपना चाहती हूँ।

ऐ खुदा, तेरे ही दामन में तुझसे मिलना चाहती हूँ।


तेरी ही यादों की बारात में खोती रहती हूँ।


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तेरी ही यादों की बारात में खोती रहती हूँ।


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तेरी ही यादों की बारात में खोती रहती हूँ।

तेरे ही प्यार के नगमें गाती रहती हूँ।

तेरे ही जलवों में खोती रहती हूँ।

ऐ खुदा, तेरे ही ईशारों पर नाचती रहती हूँ।

तेरे ही दीदार में गुनगुनाती हूँ।

तेरे ही अफसाने बोलती रहती हूँ।

तेरी ही शायरी लिखती रहती हूँ।

ऐ खुदा, तेरे प्यार में दीवानी होती रहती हूँ।

तेरे ही दर पर अब आना चाहती हूँ।

तेरी ही महफिल में सज़दा करना चाहती हूँ।

तेरे ही हवाले सब सौंपना चाहती हूँ।

ऐ खुदा, तेरे ही दामन में तुझसे मिलना चाहती हूँ।



- ડો. હીરા
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tērī hī yādōṁ kī bārāta mēṁ khōtī rahatī hūm̐।

tērē hī pyāra kē nagamēṁ gātī rahatī hūm̐।

tērē hī jalavōṁ mēṁ khōtī rahatī hūm̐।

ai khudā, tērē hī īśārōṁ para nācatī rahatī hūm̐।

tērē hī dīdāra mēṁ gunagunātī hūm̐।

tērē hī aphasānē bōlatī rahatī hūm̐।

tērī hī śāyarī likhatī rahatī hūm̐।

ai khudā, tērē pyāra mēṁ dīvānī hōtī rahatī hūm̐।

tērē hī dara para aba ānā cāhatī hūm̐।

tērī hī mahaphila mēṁ saja़dā karanā cāhatī hūm̐।

tērē hī havālē saba sauṁpanā cāhatī hūm̐।

ai khudā, tērē hī dāmana mēṁ tujhasē milanā cāhatī hūm̐।

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तेरी ही यादों की बारात में खोती रहती हूँ।
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