बिन पीए ही जाम पिला दिया
कि मदहोशी का ऐलान कर दिया।
दिल में उभरते शांति के तराने जगा दिये,
कि सुकून का दिल में बसेरा करा दिया।
आनंद में डुबाकर, अंतर में उतार दिया,
विश्वास में समाकर, हमे अपने आप से मिला दिया।
परवानगी में हमे अपने आप को भुला दिया,
तेरे इस विश्वास ने, हमे मिटा दिया।
खामोशी में हमे सब कुछ बता दिया,
तेरे इस प्यार ने हमे तुजमें मिला दिया।
- डॉ. हीरा