गुफ्तगू करने बैठे हम आप से
थोड़ी यहाँ वहाँ की बातें करने बैठे आपसे
तुमसे मिलने की बातें, तुमसे प्यार भरी बातें
यूँ दिल लुभाने की बातें, थोड़ी नटखट सी बातें
आलम इस प्यार का, वो बातें, थोडी छेड़खानी की बातें
बीते समय की भूलाने की बातें, कुछ हँसी पल याद करने की बातें
शेर और शायरी की बातें, भजन और कीर्तन की बातें
मीठी सी वो बातें, तुझ में खो जाने की वो राहें
सूनी डगर को महकाने की ये बातें
तुझमें मिलने की, एक हो जाने की वो बातें।
- डॉ. हीरा