Bhajan No. 5911 | Date: 12-Feb-20242024-02-12जहाँ कोई नहीं था मेरा, वहाँ सब मेरे हो गए।/bhajan/?title=jaham-koi-nahim-tha-mera-vaham-saba-mere-ho-gaeजहाँ कोई नहीं था मेरा, वहाँ सब मेरे हो गए।

जहाँ कोई नहीं था अपना, वहाँ सब पराए अपने हो गए।

जहाँ इस दुनिया में कोई नहीं था इन्सान, वहाँ सब फरिश्ते बन गए।

जहाँ कोई नहीं था दीवाना, वहाँ सब प्रेम में दीवाने बन गए।

प्रेम ही एक तराजू है, जहाँ सब बेगाना बन जाते है।

प्रेम ही एक जवाब है, जहाँ सब संवारने लग जाते हैं।

प्रेम ही एक किताब है, जहाँ सब सँवारने लग जाते है।

वहाँ ना कोई देखा –देखी है, न कोई आरजू या तमन्ना है।

वहाँ सिर्फ एक जज़बा है, और खतम होने की तैयारी है।

प्रेम ही एक इलतिला है, जहाँ सिर्फ जीने-मरने से आज़ादी है।


जहाँ कोई नहीं था मेरा, वहाँ सब मेरे हो गए।


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जहाँ कोई नहीं था मेरा, वहाँ सब मेरे हो गए।


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जहाँ कोई नहीं था मेरा, वहाँ सब मेरे हो गए।

जहाँ कोई नहीं था अपना, वहाँ सब पराए अपने हो गए।

जहाँ इस दुनिया में कोई नहीं था इन्सान, वहाँ सब फरिश्ते बन गए।

जहाँ कोई नहीं था दीवाना, वहाँ सब प्रेम में दीवाने बन गए।

प्रेम ही एक तराजू है, जहाँ सब बेगाना बन जाते है।

प्रेम ही एक जवाब है, जहाँ सब संवारने लग जाते हैं।

प्रेम ही एक किताब है, जहाँ सब सँवारने लग जाते है।

वहाँ ना कोई देखा –देखी है, न कोई आरजू या तमन्ना है।

वहाँ सिर्फ एक जज़बा है, और खतम होने की तैयारी है।

प्रेम ही एक इलतिला है, जहाँ सिर्फ जीने-मरने से आज़ादी है।



- डॉ. हीरा
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jahām̐ kōī nahīṁ thā mērā, vahām̐ saba mērē hō gaē।

jahām̐ kōī nahīṁ thā apanā, vahām̐ saba parāē apanē hō gaē।

jahām̐ isa duniyā mēṁ kōī nahīṁ thā insāna, vahām̐ saba phariśtē bana gaē।

jahām̐ kōī nahīṁ thā dīvānā, vahām̐ saba prēma mēṁ dīvānē bana gaē।

prēma hī ēka tarājū hai, jahām̐ saba bēgānā bana jātē hai।

prēma hī ēka javāba hai, jahām̐ saba saṁvāranē laga jātē haiṁ।

prēma hī ēka kitāba hai, jahām̐ saba sam̐vāranē laga jātē hai।

vahām̐ nā kōī dēkhā –dēkhī hai, na kōī ārajū yā tamannā hai।

vahām̐ sirpha ēka jaja़bā hai, aura khatama hōnē kī taiyārī hai।

prēma hī ēka ilatilā hai, jahām̐ sirpha jīnē-maranē sē āja़ādī hai।

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जहाँ कोई नहीं था मेरा, वहाँ सब मेरे हो गए।
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