किसी को बेटा कहा आपने, क्या पिता का धर्म जताया आपने?
अपने फायदे के लिए कुछ भी कहा आपने, क्या सच्चाई का रास्ता अपनाया आपने?
दूर रहना इन बेटा, बेटी, भाई, बहन कहने वालों से,
दूर रहना इन फायदे नुकसान करने वालें मानवों से,
कभी अपना बनायेंगे, कभी पराया बनाऐंगे
लोगों का इस्तमाल करेंगे ये तो।
कम हैं वो लोग जो सचमुच में इन रिश्तों में बँधते हैं
कम हैं वो लोग जो सचमुच में इन रिश्तों को मानते हैं,
सिर्फ दिखावा करते हैं, सिर्फ भरमाते हैं
कम हैं वो लोग जो सचमुच में आपको प्रेम करते हैं।
- डॉ. हीरा